राहुल गांधी -तेजस्वी के वोटर अधिकार यात्रा में शिवहर जिला से मिला महागठबंधन का समर्थन
दैनिक बिहार संपादक उत्कर्ष कुमार सिंह शिवहर
शिवहर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के द्वारा वोटर अधिकार यात्रा के दौरान सीतामढ़ी से गुजरते हुए सुप्पी सवा ससौला के पास शिवहर जिला के महागठबंधन के नेताओं ने भव्य स्वागत किया तथा नेताओं ने बताया है कि हम लोगों ने राहुल गांधी के हाथ को मजबूत किया है तथा बिहार में रोजगार, प्रगति और बदलाव को लेकर तेजस्वी के नेतृत्व में शिवहर की महान जनता से वोट दिलवाएंगे। अपने सैकड़ो समर्थकों के साथ एमएलसी मोहम्मद फारूक शेख,राजद नेता नवनीत कुमार झा, राष्ट्रीय जनता दल नेता राकेश झा, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नूरी बेगम एवं पूर्व जिला अध्यक्ष मोहम्मद असद, राष्ट्रीय जनता दल के नेता पूर्व विधानसभा प्रत्याशी राधाकांत गुप्ता उर्फ बच्चू जी , पीतांबरा फाउंडेशन के ट्रस्टी व राजद नेता अवनीश सिंह चौहान, राजद नेता रामानंद प्रसाद यादव,व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष रामचन्द्र प्रसाद गुप्ता , राजद उपाध्यक्ष अरविंद यादव सहित शिवहर जिले के महागठबंधन के हजारों नेता अधिकार यात्रा में शामिल होकर राहुल गांधी एवं तेजस्वी यादव के कार्यक्रम को सफल बनाया है। एमएलसी फारूक शेख ने कहा केंद्र सरकार दलितों ,पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के वोट काटकर 90% आबादी की आवाज दबाने की साजिश रच रही है।
अधिकार यात्रा बिहार के एक-एक व्यक्ति के लिए कारगर साबित होगा। जबकि राजद नेता नवनीत कुमार झा ने कहा है कि बिहार से उठी लहर देश में बनेगी आंदोलन, यह सरकार आपको आजादी से पहले की हिंदुस्तान में ले जाना चाहती है तब हम लोगों के पास कोई अधिकार नहीं होता था। राजा जैसा चाहे कर सकता था ,पर आज राहुल गांधी तेजस्वी यादव की जोड़ी हमें अधिकार दिला रही है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष नूरी बेगम एवं पूर्व जिला अध्यक्ष मोहम्मद असद ने बताया है कि राहुल और तेजस्वी की जोड़ी केवल राजनीतिक दोस्ती नहीं है यह जोड़ी लोक कल्याण के लिए विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को जीत दिलाएगा। राजद नेता राधाकांत गुप्ता उर्फ बच्चू जी ने बताया है कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को देखने को लेकर लोग व्याकुल दिखे। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को बदले एनडीए का मतलब है एन का मतलब- नहीं डी का मतलब -देंगे ए का मतलब- अधिकार उन्होंने कहा कि लोगों की कमाई, दबाई और कार्रवाई वाली सरकार चाहिए। राजद नेता राकेश झा ने कहा कि अगर सिलसिला ही थमा तो सरकार राशन एवं जमीन भी छीन लेगी अभी तो मात्र 65 लाख लोगों के नाम मतदाता सूची से काट दिया है। जबकि संविधान में एक व्यक्ति को एक वोट का अधिकार दिया गया है फिर लाखों वोट क्यों काटे गए।